G20 क्या हैं?: जी20 को ग्रुप ऑफ 20 भी कहा जाता है। ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (G20) अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है। यह सभी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मुद्दों पर वैश्विक संरचना और अधिशासन निर्धारित करने तथा उसे मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा आर्थिक स्थिरता, वैश्विक व्यापार, ग्लोबल चैलेंज से लेकर कई मुद्दों पर भी राय तय करने में जी20 की अहम भूमिका होती है।
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जी20 समूह का कोई स्थाई मुख्यालय नहीं है। सभी 19 देशों और यूरोपीय यूनियन के बीच एक खास तरह की रोटेशन प्रणाली के जरिए नए अध्यक्ष का चुनाव किया जाता है। उसी जी20 समूह का गठन हुए करीब 24 साल बीत चुके हैं। इन 24 सालों के दौरान कुल 17 जी20 बैठकों का आयोजन किया जा चुका है। 18वां जी20 शिखर सम्मेलन की बैठक नई दिल्ली में हो रही है। जी20 की अध्यक्षता जिसके पास होती है वही देश इसका थीम, एजेंडा और लोगो तय करता है, यानी ये हर साल बदलते हैं|
G20 में कौन-कौनसे देश शामिल है?
- अमेरिका (USA)
- कनाडा
- ब्राजील
- मैक्सिको
- अर्जेंटीना
- यूनाइटेड किंडम (UK)
- इटली
- फ्रांस
- जर्मनी
- यूरोपीयन यूनियन (यूरोप के 27 देश)
- दक्षिण अफ्रीका
- सऊदी अरब
- इंडोनेशिया
- तुर्किए (तुर्की)
- भारत
- रूस
- चीन
- दक्षिण कोरिया
- जापान
- ऑस्ट्रेलिया
G20 में अब कितने देश शामिल हैं?
- 9 सितम्बर 2023 को नई दिल्ली के भारत मंडपम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अफ्रीकन यूनियन के G20 में शामिल होने की घोषणा की|
- इसके साथ ही G20 अब G21 बन गया हैं|
दुनिया में पहले से देशों के कई समूह हैं फिर G20 की जरूरत क्यों पड़ी?
ये बात बिलकुल सही है कि दुनिया में पहले से ही UN, BRICS, ASEAN, G7 जैसे कई सारे ग्रुप्स है| लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार इनमें कुछ न कुछ खामियां है| UN के बारे में ऐसा कहा जाता है कि इसमें अमेरिका समेत कुछ पश्चिम के देशों का वर्चस्व है, वहीं पर G7 में केवल बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश शामिल हैं (जिसमें से अब रूस को बाहर कर दिया गया)| वहीं BRICS में केवल विकासशील देश शामिल हैं, विकसित देश शामिल नहीं हैं| इस कारण ये समूह हर पैमाने पर खरे नहीं उतरते हैं|
कब, क्यों व कैसे बना G20
जी20 बनने की कहानी एशिया में वर्ष 1997 में बैंकिंग संकट से शुरू होती है| ये संकट ईस्ट एशिया के देश थाईलैंड से शुरू हुआ| धीरे धीरे इस बैंकिंग संकट से दुनिया के कई देशों की अर्थव्यवस्था चरमरा गई|
इसी दौरान सन् 1999 में जर्मनी में जी7 देशों की बैठक हो रही थी| G7 में सातों देश विकसित देश हैं| इन्होंने पाया कि ऐसे बैंकिंग संकट से निपटने के लिए केवल विकसित देश ही काफी नहीं है| इसलिए यहां तय किया गया कि केवल आर्थिक नीतियों को कोऑर्डिनेट करने के लिए एक और समूह की जरूरत है जिसमें विकासशील देशों को भी शामिल किया जाए|
अब चूंकी बैंकिंग संकट भी एक विकासशील देश थाईलैंड से निकला था| तब 1999 से 20 देशों को जोड़कर एक ग्रुप बनाया गया, जिसे G20 नाम दिया गया| लेकिन तब इसमें 20 देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल नहीं होते थे| क्योंकि इस समूह को वित्तीय संकटों से बचाने के लिए बनाया गया था, इसलिए इसमें इन 20 देशों के वित्त मंत्री और उन देशों के केंद्रीय बैंकों के गवर्नर बैठक में हिस्सा लेते थे|
अमेरिका की सबसे बड़ी वित्तीय कंपनी लीमन ब्रदर्स वर्ष 2008 में दिवालिया हो गई, जिसके कारण दुनियाभर में बड़ा फाइनेंशियल क्राइसिस आ गया था|
इसी दौरान 14-15 नवंबर 2008 को अमेरिका के वाशिंगटन में जी20 सम्मेलन का आयोजन हुआ| जिसमे अमेरिका के राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने सुझाव दिया कि आगामी जी20 बैठकों में सभी सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष को बुलाया जाए ताकि अर्थव्यवस्था से जुड़े फैसले मजबूती से लिए जा सके| 2008 के बाद हर वर्ष जी20 की बैठके होने लगी हैं|
G20 खास क्यों हैं?
- जी20 में 7 विकसित और 12 विकासशील देशों सहित यूरोपीयन यूनियन (यूरोप के 27 देश) शामिल हैं|
- विश्व की 10 बड़ी अर्थव्यवस्थाएं जी20 में शामिल हैं|
- विश्व की कुल जीडीपी में जी20 देशों का योगदान 80% है|
- जी20 देशों के मध्य विश्व में होने वाला 75% कारोबार होता है|
- क्षेत्रफल के आधार पर विश्व के 8 बड़े देश इसमें शामिल है और जी20 देशों का कुल क्षेत्रफल विश्व के कुल क्षेत्रफल का 60% हैं| यानी जहां ज्यादा आबादी, वहां बड़ा बाजार और मुनाफा ज्यादा वाली बात हैं|
- जनसंख्या के आधार पर विश्व के 4 ऐसे देश जी20 में शामिल हैं जहां जनसंख्या सबसे ज्यादा है| विश्व की कुल जनसंख्या में 65% हिस्सा जी20 देशों का है|
- जी20 में संयुक्त राष्ट्र की सबसे ताकतवर इकाई UNSC में वीटो पॉवर रखने वाले पांचों देश (अमेरिका, यूके, चीन, रूस और फ्रांस) शामिल हैं|
- जी20 का हिस्सा अमेरिका भी है और इसके दुश्मन माना जाने वाले रूस और चीन भी हैं| इसी तरह दक्षिण कोरिया भी शामिल है तो उसका दुश्मन माना जाने वाला देश जापान भी G20 का हिस्सा है|
विकसित देश (Developed Country): वो देश जहां भरपूर विकास हो चुका है, लोगों की आय ज्यादा है, इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा हैं, आबादी ठीक ठाक है|
विकासशील देश (Developing Country): वो देश जो अभी भी विकास कर रहे हैं, जहां लोगों की आय ज्यादा नहीं है, इंफ्रास्ट्रक्चर ठीक ठाक है, आबादी ज्यादा है|
G20 की बैठक
G20 बैठक | कब | कहाँ |
---|---|---|
पहली बैठक | 14-15 नवंबर 2008 | अमेरिका के वाशिंगटन |
दूसरी बैठक | 2 अप्रैल 2009 | अमेरिका के वाशिंगटन |
तीसरी बैठक | 24-25 सितंबर 2009 | अमेरिका के पिट्सबर्ग |
चौथी बैठक | 26-27 जून 2010 | कनाडा |
पांचवी बैठक | 11-12 नवंबर 2010 | दक्षिण कोरिया |
छठी बैठक | 3-4 नवंबर 2011 | फ्रांस |
सातवीं बैठक | 18-19 जून 2012 | मैक्सिको |
आठवीं बैठक | दिसंबर 2012 | रुस |
नौवीं बैठक | 15-16 नवंबर 2014 | पीट्सबर्ग |
दसवीं बैठक | 15-16 नवंबर 2015 | तुर्की |
ग्यारहवीं बैठक | 4-5 सितंबर 2016 | चीन |
बाहरवीं बैठक | 7-8 जुलाई 2017 | जर्मनी |
तेहरवीं बैठक | 1 दिसंबर 2018 | अर्जेंटीना |
चौदहवीं बैठक | 28-29 जून 2019 | ओसाका |
पंद्रहवीं बैठक | 21 – 22 नवंबर 2020 | सऊदी अरब |
सोलहवीं बैठक | 30-31 अक्टूबर 2021 | इटली |
सत्रहवीं बैठक | 15-16 नवंबर 2022 | इंडोनेशिया |
अठारहवी बैठक | 9-10 सितंबर 2023 | भारत |
उन्नीसवीं बैठक (प्रस्तावित) | 2024 | ब्राजील |
जी20 का मुख्य आर्थिक एजेंडा क्या हैं?
- जी20 का एजेंडा इसका अध्यक्ष ही तय करता है लेकिन उसे इसमें दो अन्य देशों को भी शामिल करना होता है|
- G20 का एजेंडा तय करने का अधिकार ट्रॉयका के पास होता है|
- ट्रॉयका तीन देशों से मिलकर बनता है, पहला वो देश जिसने पिछले साल जी20 की अध्यक्षता की थी यानी इंडोनेशिया| दूसरा, वो देश जो वर्तमान में जी20 का अध्यक्ष है यानी भारत तथा तीसरा वह देश जो अगले साल जी20 का अध्यक्ष होगा यानी ब्राजील|
- जी20 में ऐसे तो कई मुद्दों जैसे जलवायु परिवर्तन, डीजिटल इकॉनमी, शिक्षा, रोजगार, ऊर्जा, पर्यावरण, स्वास्थ्य, पर्यटन, व्यापार और निवेश पर चर्चा होती है, लेकिन जी20 का गठन आर्थिक चुनौतियों से सामना करने के लिए हुआ था|
- इस बार भारत ने मुख्य आर्थिक एजेंडा भारी कर्ज में फंसे देशों की समस्याओं को सुलझाने का तय किया है|
- जी20 ने अंतराष्ट्रीय व्यापार के लिए काफी अच्छे फैसले लिए हैं|
- इसके अलावा स्वास्थ्य क्षेत्र तथा जलवायु समेत कई मुद्दो पर सदस्यों देशों ने मिलकर सफलता हासिल की हैं|
- G20 2008 में आई आर्थिक मंदी से निपटा, इसके साथ ही ईरान का न्यूक्लियर प्रोग्राम, सीरिया का सिविल वॉर और कोरोना में जी20 ने वैक्सीन डिप्लोमेसी पर अच्छी सफलता हासिल की है|
FAQ
Ans – इसकी स्थापना दुनिया को प्रभावित करने वाले आर्थिक मुद्दों पर प्रभावी राह तय करने के उद्देश्य से हुई है|
Ans – वैश्विक अर्थव्यवस्था से संबंधित प्रमुख मुद्दों, जैसे अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय स्थिरता, जलवायु परिवर्तन और सतत विकास पर मिलकर काम करना हैं|
Ans – भारत ने फ्रांस के साथ अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन की सह-स्थापना करके अग्रणी भूमिका निभाई है। “जी20 समुदाय के साथ मिलकर, हम हरित वित्त, हरित प्रौद्योगिकी और एक मजबूत आपूर्ति श्रृंखला द्वारा समर्थित एक टिकाऊ, लचीले और किफायती ऊर्जा क्षेत्र की ओर मार्ग प्रशस्त करते हैं।”
Ans – 14,15 नवम्बर 2008 को अमेरिका के वाशिंगटन शहर में हुई|
Ans – 9 सितम्बर 2023 को नई दिल्ली के भारत मंडपम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अफ्रीकन यूनियन के G20 में शामिल होने की घोषणा की|