पठन कौशल से सम्बन्धित महत्तवपूर्ण प्रश्नोत्तरी | REET 2022

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पठन कौशल से सम्बन्धित महत्तवपूर्ण प्रश्नोत्तरी | REET 2022 : – इस भाग में आपको Important Questions Of Reading Skills ( पठन कौशल से सम्बन्धित महत्तवपूर्ण प्रश्नोत्तरी ) मिलेगी। जैसे की आप जानते हो की भाषा शिक्षण में कौशल चार प्रकार के होते है जिन में से पठन कौशल के बारे यहाँ प्रश्न दिए गए है।


पठन कौशल से सम्बन्धित महत्तवपूर्ण प्रश्न

  • लिखे हुए या मुद्रित लिपि संकेतों को देखकर पाठक के मन में जो अर्थ बिंब बनता है कहलाता है
    1. श्रवण
    2. पठन
    3. लेखन
    4. उपरोक्त सभी
  • पठन कौशल में आवश्यक है
    1. शब्द चयन
    2. परोक्ष विधि
    3. अर्थ ग्रहण
    4. प्रत्यक्ष विधि
  • भाषा शिक्षण में पढने का अर्थ होता है
    1. मौखिक भाषा के के माध्यम से अभिव्यक्त
    2. लिखित भाषा के माध्यम से अभिव्यक्त
    3. भाषा ( लिखित ) को केवल उच्चारण के साथ पढ़ना
    4. लिखित भाषा के माध्यम से अभिव्यक्त विचारों को पढ़कर समझ ना
  • पठन कौशल के उद्देश्य हैं-
    1. वर्ण संबंधी कुशलता का विकास करना
    2. शब्द बोध संबंधी कुशलता का विकास करना
    3. अर्थ संबंधी कुशलता का विकास करना
    4.  उपरोक्त सभी
  • लिखित भाषा का प्रयोग किया जाता है
    1. मौखिक रूप से
    2. मौन रूप से
    3. उपरोक्त दोनों
    4. संकेतिक रूप से
  • बालक का लेखन प्रभावी और शुद्ध हो सकता है
    1. सुनने से
    2. पढ़ने से
    3. बोलने से
    4. चिंतन से
  • भाषा शिक्षण में मौखिक पठन का महत्व है –
    1. केवल मौखिक भाषा में सुधार होता है
    2. केवल लिखित भाषा में सुधार होता है
    3. मौखिक और लिखित भाषा दोनों में सुधार होता है
    4. संकेतिक भाषा में सुधार होता है
  • निम्नलिखित में से कौन सा अर्थ ग्रहण संबंधी कौशल के लिए अधिक उपयोगी है
    1. समाचार वाचन
    2. व्याकरण शिक्षण
    3. सस्वर वाचन
    4. मौन वाचन
  • पठन कौशल के प्रकार हैं
    1. सस्वर पठन
    2. मौन पठन
    3. उपरोक्त दोनों
    4. आदर्श वाचन
  • पठान की प्रारंभिक अवस्था होती है
    1. सस्वर पठन
    2. आदर्श वाचन
    3. अनुकरण वाचन
    4. मौन पठन
  • सस्वर पठन के उद्देश्य हैं
    1. वर्णमाला के लिपि प्रतीकों का पूर्ण ज्ञान कराना
    2. छात्रों को उचित बल और प्रवाह के साथ गद्य पद्य का सस्वर पाठ के योग्य बनाना
    3. छात्रों में मौखिक अभिव्यक्ति के लिए आत्मविश्वास विकसित करना
    4. उपरोक्त सभी
  • मौन पठन का मुख्य उद्देश्य हैं
    1. शांति के साथ पढना
    2. गहन अर्थ ग्रहण करना
    3. बिना बोले पढ़ने की कुशलता का विकास करना
    4. सतही ढंग से पाठ कों पढना
  • मौन पठन की उपयोगिता है –
    1. स्वाध्याय की प्रवृत्ति विकसित होती है
    2. उचित मुद्रा में वाचन करने का अवसर मिलता है
    3. उचाचारण अभ्यास हेतु अवसर मिलता है
    4. उचित भाव भाव प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है
  • पठन कौशल में आप किसे सर्वाधिक महत्व देंगे
    1. वाक्यों का अर्थ
    2. शब्दों का अर्थ
    3. विचार को ग्रहण करना
    4. तीव्र गति से पढना
  • पढ़ना सीखने के लिए आवश्यक है
    1. घर पर मातृभाषा सुनने और बोलने को मिले
    2. कक्षा में पाठ्य पुस्तकों का प्रयोग किया जाए
    3. अर्थपूर्ण और रोचक विषय वस्तु सुनने व पढ़ने को मिले
    4. शिक्षण कार्य में सहायक सामग्री का प्रयोग किया जाए
  • छात्रों की पठन कुशलता का विकास करने में सर्वाधिक महत्वपूर्ण है
    1. पाठ्य पुस्तक मे दिए गए अभ्यास
    2. विभिन्न संदर्भों से संबंधित सामग्री
    3. उच्चारण शुद्धता पर विशेष ध्यान देना
    4. भाषिक संरचनाओ का ज्ञान
  • निम्नलिखित में से कौन सा पठन का प्रकार नहीं है
    1. सस्वर पठन
    2. मौन पठन
    3. दुर्त पठन
    4. अर्थ पठन
  • छात्रों द्वारा चित्रों को देखकर उसका आशय बताना किस योग्यता को स्पष्ट करता है
    1. सुनने की योग्यता
    2. बोलने की योग्यता
    3. लिखने की योग्यता
    4. पठन की योग्यता
  • पठन कौशल का सही अर्थों में विकास किया जा सकता है
    1. पूर्व प्राथमिक स्तर पर
    2. प्राथमिक स्तर पर
    3. उच्च प्राथमिक स्तर पर
    4. माध्यमिक स्तर पर
  • दूसरी कक्षा के बच्चों में पठन कौशल का विकास करने के लिए सर्वाधिक उपयुक्त उपाय हैं –
    1. समाचार पत्र पढने के अवसर दिया जाए
    2. बाल पुस्तक पढ़ने के अवसर दिया जाए
    3. साहित्य पुस्तक पढ़ने के अवसर दिया जाए
    4. ऐतिहासिक पुस्तक पढ़ने के अवसर दिए जाएं
  • पठन कौशल के विकास हेतु प्राथमिक कक्षाओं में अधिक बल दिया जाता है
    1. सस्वर पठन
    2. मौन पठन
    3. आदर्श पठन
    4. उपरोक्त सभी
  • पठन रूचि का विकास ही निर्भर करता है
    1. पठन का वातावरण
    2. सुविधाएं Important Questions Of Reading Skills
    3. पठन का समय
    4. पठन का वातावरण और सुविधाएं
  • प्राथमिक स्तर पर पठन कौशल के विकास हेतु उपयुक्त शिक्षण विधियां हैं
    1. देखो कहो विधि
    2. वाक्य पठन विधि
    3. ध्वनि साम्य विधि
    4. उपरोक्त सभी
  • मौन पठन संबंधी दोषो का निदान तथा उपचार करते समय शिक्षक को देखना चाहिए
    1. मानसिक पक्ष को
    2. शारीरिक पक्ष को
    3. घर के वातावरण को
    4. विद्यालय के वातावरण को
  • पठन के यांत्रिक पक्ष का संबंध है –
    1. सस्वर पठन से
    2. सुनने से
    3. बोलने से
    4. मौन पठन से

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