REET 2022 

Normalization में कौनसी शिफ्ट को फायदा यां नुक्सान होगा?

REET परीक्षा का आयोजन 23 और 24 जुलाई 2022 को 4 पारियों में हुआ था | जिसमे प्रथम शिफ्ट में लेवल 1 और शिफ्ट 2,3 व 4 शिफ्ट में लेवल 2 के अभ्यर्थी शामिल हुए थे |

इस बात का विशेष ध्यान रहे की लेवल 1 के लिए स्केलिंग प्रक्रिया को लागू नहीं किया जायेगा |

लेवल 2 में स्केलिंग प्रक्रिया को समझने के लिए सबसे पहले इस बात को समझना होगा की कौनसी पारी में पेपर कठिन था, और कौनसी पारी में पेपर आसान था ?

हमने विभिन अभ्यर्थियों, टेलीग्राम, youtube Poll, ट्विटर, समाचार पत्रों के माध्यम से पेपर के स्तर को जानने की कोशिश की है |

पेपर का स्तर किसी एक विषय के कठिन होने से निर्धारित नहीं होता है, क्योंकि पेपर में शिक्षा मनोविज्ञान, भाषा 1, भाषा 2 आदि भी पेपर के स्तर निर्धारण में महत्वपूर्ण योगदान रखते है|

मिली जानकारी के आनुसार- पारी 2 व 3 में सामाजिक विज्ञान का पेपर काफी कठिन था | बल्कि वंही पारी 4 में समाजिक विज्ञान का पेपर आसान था |

वहीँ पारी 2 व 4 में भाषा हिंदी थोड़ी कठिन थी  परन्तु पारी 3 में  भाषा हिंदी आसान थी | 

वहीँ पारी 2 व 3 में मनोविज्ञान पारी 4 की अपेक्षा कठिन था |

यदि स्केलिंग प्रक्रिया को अपनाया गया तो निश्चित तौर पर पारी 2 व 3 को फायदा होगा | पारी 4 के अभ्यर्थियों को थोडा नुक्सान हो सकता है |

स्केलिंग प्रक्रिया के पश्चात् लगभग 3 से 7 नंबर का अंतर आएगा |

इस बात का भी विशेष ध्यान रखे की आरक्षित श्रेणी को पात्रता सर्टिफिकेट लेने के लिए न्यूनतम 83 अंक व सामान्य वर्ग को 90 अंक जरुरी है |