भाषा शिक्षण और इसकी विशेषताएं | REET 2022

भाषा शिक्षण और इसकी विशेषताएं | REET 2022: – इसमें Bhasha Shikshan और उसकी विशेषताओं के बारे में जानकरी दी गई है तथा इसके साथ साथ भाषा की कुछ महत्तवपूर्ण परिभाषाएं भी दी गई है। इस पोस्ट में आगे प्लेटो, स्वीट और सुमित्रानंदन पन्त की परिभाषाएं दी गई है तथा इससे सम्बंधित कुछ महत्तवपूर्ण प्रश्न भी दिए गए है।

भाषा शिक्षण

  • मानव के रूप में हम लोग एक दूसरे के साथ जो व्यवहार करते हैं।
  • उस व्यवहार में शारीरिक अंगों के हावभाव, इशारे, संकेत आदि अपने आप में एक भाषा होती है।
  • जिसके द्वारा कोई भी व्यक्ति किसी को भी समझाने का प्रयास करता है।
  • विशेषकर हाथों से, गर्दन से, आंखों से किए जाने वाले इशारे या संकेत सबसे ज्यादा प्रभावशाली होते हैं।
  • भाषा केवल मनुष्य की ही नहीं होती बल्कि अन्य प्राणियों में भी पाए जाने वाली विशेषता होती है।
  • सभी प्राणी अपनी अपनी भाषा से अपने व्यवहार को पूरा करते हैं तुलसीदास ने भी रामचरित्र मानस में लिखा है – खग जानेहु, खग हि की भाषा।।
  • वर्तमान समय में आधुनिक विचारको एंव विद्वानों का मानना है कि-
  • भाषा वह होती है जिसमें ध्वनि पाई जाती है और विचारों के प्रकटीकरण में सहयोग करती है।

विचार हमारी आत्मा की मुक बातचीत होती है, जब यह होठों से बाहर निकलकर ध्वन्यात्मक रूप ले लेते हैं तो इसे ही भाषा कहते हैं।

प्लेटो

भाषा विचारों की अभिव्यक्ति का माध्यम है।

स्वीट

भाषा एक प्रकार से विचारों का आनंद मियां तंत्र धनात्मक स्वरूप एवं हृदय की झंकार है जिससे विचारों का आदान-प्रदान होता है।

सुमित्रानंदन पंत ( सुकुमार कवि )

भाषा की विशेषताएं Bhasha Shikshan

  • भाषा सदैव अर्जित होती है।
  • यह गतिशील होती है।
  • भाषा परिवर्तनशील होती है।
  • समन्वयकारी उपागम है।
  • भाषा वातावरण की उपज है।
  • भाषा सामाजिक उपागम है।
  • यह व्यवहार का संसाधन है।
  • भाषा अभिव्यक्ति का माध्यम है।
  • भाषा ध्वनियों का संकलन है।
  • यह आत्मा के विचारों की अभिव्यक्ति है।

भाषा शिक्षण से सम्बंधित महत्तवपूर्ण प्रश्न Bhasha Shikshan

  1. भाषा है –
    1. अभिव्यक्ति उपागम
    2. विचार उपागम
    3. सामाजिक उपागम
    4. उर्पयुक्त सभी
  2. भाषा उस ध्वन्यात्मक रूप को दिया जाने वाला नाम है जो की –
    1. आत्मा की आवाज है।
    2. हृदय तंत्र की झंकार है।
    3. अभिव्यक्ति का व्यवहार है।
    4. उपर्यक्त सभी
  3. भाषा सदैव होती है –
    1. जन्मजात
    2. अर्जित
    3. कभी- कभी अर्जित, कभी-कभी जन्मजात
    4. 1 और 2 दोनों

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