REET 2022 | विश्लेषण विधि ( खंड-खंड करके सीखना )

REET 2022 | विश्लेषण विधि ( खंड-खंड करके सीखना ) :- पिछले पोस्ट्स में हमने शिक्षण प्रक्रिया तथा क्रियात्मक अनुसंधान के बारे में जानकारी प्राप्त की थी। इस भाग में हम Vishleshan Vidhi की बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करेंगें। इसमें हम इस विधि के इस विधि के शिक्षण सूत्र, सोपान, इसके गुण तथा दोष के बारे जानकारी प्राप्त करेंगें।

विश्लेषण विधि

  • विश्लेषण का शाब्दिक अर्थ होता है खंड खंड करना।
  • अतः इस विधि में बालक किसी जटिल समस्या का समाधान खंड खंड करके अपनी मानसिक शक्तियों की सहायता से करता है।
  • इस विधि में प्रत्येक पद का विशिष्ट महत्व होता है।
  • बालक को क्यों और कैसे तर्कों द्वारा समस्या के हल तक पहुंचना होता है।
  • इस विधि को बीजगणित की समस्याओं, समीकरणों, रेखा गणित की प्रमेय को सिद्ध करने में सर्वाधिक श्रेष्ठ माना जाता है।
  • माध्यमिक स्तर की कक्षाओं के गणित शिक्षण के लिए यह अत्यंत उपयोगी है।

विश्लेषण विधि के शिक्षण सूत्र

  • अज्ञात से ज्ञात।
  • प्रमाण से प्रत्यक्ष।
  • निष्कर्षों से ज्ञात तथ्य।

विश्लेषण विधि के सोपान ( Vishleshan Vidhi )

  • समस्या की प्रस्तुति।
  • समूह समस्या की अनुभूति।
  • समस्या का विश्लेषण ( खंड खंड करना )।
  • प्रत्येक खंड का क्रमबद्ध रूप से हल ज्ञात करना।

विश्लेषण विधि के गुण

  • मनोवैज्ञानिक तथा वैज्ञानिक विधि है।
  • विद्यार्थी समस्या का समाधान करना तर्कों के माध्यम से समय सीखते हैं।
  • विश्लेषण द्वारा अर्जित ज्ञान स्थाई होता है।
  • अध्यापक तथा छात्र दोनों सक्रिय रहते हैं।

विश्लेषण विधि के दोष ( Vishleshan Vidhi )

  • प्राथमिक कक्षाओं के लिए अनुपयोगी विधि है।
  • समय तथा परिश्रम अधिक लगता है।
  • पाठ्यक्रम देर से पूर्ण होता है।

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