शिक्षण सहायक सामग्री | REET 2022

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शिक्षण सहायक सामग्री | REET 2022 :- यहाँ शिक्षण प्रक्रिया में उपयोग में आने वाली शिक्षण सहायक सामग्री ( Teaching Aids ) का विस्तारपूर्वक वर्णन दिया जा रहा है। जैसे की ये किस किस प्रकार की होती है तथा इनका उपयोग केसे किया जा सकता है। आगे बताया गया है की शिक्षण सहायक सामग्री को कितने भागों में और किस किस आधार पर वर्गीकृत किया गया है।


शिक्षण सहायक सामग्री

  • जब एक शिक्षक शिक्षण कार्य करते समय अपने बालकों के अधिगम को अधिकतम मात्रा तक करवाने / सरलतम प्रकार से अधिगम करवाने एवं स्थाई अधिगम करवाने के लिए जिन संसाधनों का उपयोग करता है उन्हें शिक्षण सहायक सामग्री कहते हैं।
  • प्रसिद्ध शिक्षा शास्त्री हेत सिंह वाघेला ने इनको निम्न प्रकार से वर्गीकृत किया है।
  • निर्माण के आधार पर शिक्षण सहायक सामग्री दो प्रकार की होती है –
    1. मृदुल उपागम या सॉफ्टवेयर
    2. कठोर उपागम या हार्डवेयर
  • प्रकृति के आधार पर शिक्षण सहायक सामग्री के प्रकार-
    1. दृश्य सामग्री ( एकल माध्यम )
    2. श्रव्य सामग्री ( द्विमाध्यम )
    3. दृश्य-श्रव्य सामग्री ( बहू माध्यम )

मृदुल उपागम

वह सहायक सामग्री जिसका निर्माण स्वयं शिक्षक कर सकता है एंव बिना किसी तकनीक के उपयोग भी संभव है। जैसे : – चित्र, मानचित्र, ग्राफ, मॉडल, ब्लैक बोर्ड, चार्ट, सारणी, रेखाचित्र आदि।

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कठोर उपागम

वह सहायक सामग्री जिसका निर्माण या उपयोग में किसी तकनीकी की आवश्यकता होती है। जैसे : – प्रोजेक्टर, टीवी, रेडियो, फिल्म, स्लाइड, सूक्ष्मदर्शी, दूरदर्शी, प्रयोगशाला उपकरण, कंप्यूटर आदि।

दृश्य सामग्री ( एकल माध्यम )

ऐसी सहायक सामग्री जो केवल दृश्य के माध्यम से दिखाई देने के आधार पर अधिगम की मात्रा को बढ़ाती है। जैसे : – चित्र, मानचित्र, ग्राफ, मॉडल, ब्लैक बोर्ड, पाठ्यपुस्तक, आदि।

श्रव्य सामग्री ( द्वि माध्यम ) Teaching Aids

ऐसी सहायक सामग्री जिसके द्वारा हम लोग या विद्यार्थी किसी विषय वस्तु को सुनते हैं और सुनने के आधार पर अधिगम की प्राप्ति करते हैं। यहां पर जहां प्रसारण होता है और जो सुनता है उसके बीच कम से कम 2 माध्यम होते हैं, इसलिए इसे श्रव्य सामग्री या द्वि माध्यम सामग्री कहते हैं। जैसे : – रेडियो, ट्रांजिस्टर, टेप रिकॉर्डर, लिंगुअफोन, ग्रामोफोन आदि।

रेडियो के प्रसारण की सीमा को समाप्त करने वाला यंत्र ट्रांजिस्टर होता है जो की तय दूरी से भी अधिक दूरी तक सुनाने में सहयोग करता है।

श्रव्य सामग्री ( द्वि माध्यम )

टेप रिकॉर्डर वह संसाधन है जिसके द्वारा आकाशवाणी या रेडियो से प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों का प्रसारण समय सीमा के समय रिकॉर्डिंग के माध्यम से सुरक्षित कर लिया जाता है और बाद में अपनी स्वेच्छा से सुना जा सकता है।

श्रव्य सामग्री ( द्वि माध्यम )

दृश्य-श्रव्य सामग्री ( बहु माध्यम ) Teaching Aids

वह सहायक सामग्री जिसमें सुनाई देने के साथ-साथ दिखाई भी देता है और सर्वोत्तम प्रकार की सहायक सामग्री मानी जाती है। जैसे : – टीवी, वीडियो, कंप्यूटर, चलचित्र, वीसीआर, ओएचपी, रंगमंच, कठपुतली, O.H.P., मेला आदि।

O.H.P. ( Over Head Projecter ) Teaching Aids

ऐसा संसाधन है जिसमें पीछे की ओर से आने वाली तरंगे श्यामपट्ट या सामने की ओर किसी संरचना को प्रकट करती है जो हमारे अधिगम की मात्रा को बढ़ाती है। वर्तमान समय में विभिन्न प्रकार के शैक्षिक कार्यक्रमों में किसी जानकारी को स्पष्ट करने के लिए इसका प्रचलन बढ़ता जा रहा है।

FAQ

1. निर्माण के आधार पर शिक्षण सहायक सामग्री कितने प्रकार की होती है?

ANS. निर्माण के आधार पर शिक्षण सहायक सामग्री दो प्रकार की होती है –
मृदुल उपागम या सॉफ्टवेयर
कठोर उपागम या हार्डवेयर

2. प्रकृति के आधार पर शिक्षण सहायक सामग्री कितने प्रकार की होती है?

ANS. प्रकृति के आधार पर शिक्षण सहायक सामग्री के प्रकार-
दृश्य सामग्री ( एकल माध्यम )
श्रव्य सामग्री ( द्विमाध्यम )
दृश्य-श्रव्य सामग्री ( बहू माध्यम )

3. मृदुल शिक्षण सहायक सामग्री के उदाहरण बताओ?

ANS. वह सहायक सामग्री जिसका निर्माण स्वयं शिक्षक कर सकता है एंव बिना किसी तकनीक के उपयोग भी संभव है। जैसे : – चित्र, मानचित्र, ग्राफ, मॉडल, ब्लैक बोर्ड, चार्ट, सारणी, रेखाचित्र आदि।

4. रेडियो के प्रसारण की सीमा को समाप्त करने वाला यंत्र कौनसा होता है ?

ANS. रेडियो के प्रसारण की सीमा को समाप्त करने वाला यंत्र ट्रांजिस्टर होता है जो की तय दूरी से भी अधिक दूरी तक सुनाने में सहयोग करता है।

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